प्लाट या मकान जमीन लेने से पहले कर लें पुरी छानवीन नहीं तो कोर्ट के चक्कर लगा कर कहीं जान ना गंवानी पडे तहसीलदार प्रशासन देते है विक्रेता के ही पाछ में फैसला सुत्र बताते हैं कि विक्रेता से गलत फैसला सुनाने पर मिलती है अच्छी खासी रकम
डबरा। शहर में आज कल भाजपा नेताओं उनकी छत्र छाया में भूमाफियाओं का बोलबाला चल रहा है अक्सर देखा जाता है कि बिना गाइड लाइन के भूमाफियाओं ने शहर के चारों ओर इनकम के लिए पिछोर नगरपंचायत क्षेत्र हो मकोड़ा ग्वालियर रोड पर सिमरिया टेकरी बौद्ध विहार सेट पीटर्स स्कूल के सामने, अंबेडकर कालोनी अयोध्या कालोनी सिरोही बरोठा बृजपुर अरु तिराहे प्लाट काट रहे हैं हरे-भरे पेड़ खेत से काट कर प्लाटिंग कर रहे हैं और खेती-बाड़ी खत्म हो रही है सूत्र बताते हैं कि अगर विक्रेता से क्रेता अगर प्लाट खरीद लेता है तो कुछ सालों बाद भी उसे प्लाट भी नहीं मिलता है यह भूमाफियाओं का काम है ओम प्रकाश मौर्य पुत्र आर सी मौर्य निवासी डबरा ने डबरा के अंबेडकर कालोनी में वार्ड नंबर सात में पार्टनरशिप में प्लाट खरीदा था जिसका भूमि सर्वे नंबर 129 रकवा 1.682 है इसमें भूमाफियाओं ने बिना क्रेता ओमप्रकाश मौर्य को बताया बेच दिया ओमप्रकाश मौर्य को पता चला कि भूमाफिया परसोत्तम पाठक पुत्र देवी सिंह जाटव निवासी तिकोनिया ने धोखाधड़ी करकेओमप्रकाश मौर्य, राजेंद्र सिंह पुत्र रामदीन जाटव निवासी नदी पर टाल, राजेंद्र कुमार पुत्र ग्यादीन जाटव निवासी सिद्धार्थ नगर ग्वालियर के बिना बाटवरे किये उनके प्लाटों की फर्जी तरीके से रेस्टोरेंट के यहां पर दलालों के माध्यम से रजिस्ट्री करा दी गई जिसकी याचिका तहसीलदार डबरा के यह लागाई लेकिन तहसीलदार और पटवारी ने सर्वे क्रमांक 129 रामगढ़ मौजा का निरीक्षण किया उसमें भूस्वामियों के प्लांट अंकित हैं लेकिन पटवारी ने रुपए के लेनदेन करके तहसीलदार को मकान बन गए हैं ऐसी स्थिति की झूठी रिपोर्ट देकर तहसीलदार को चार्जशीट दाखिल कर दी उसके आधार पर तहसीलदार ने भू स्वामियों के स्टार्ट भी गायब कर दिए इस कारण गोस्वामी जबकि इसमें रिपोर्ट में यह भी दर्शाया गया था कि भू स्वामियों का वहां पर प्लांट अंकित है फिर क्यों नहीं दिए तहसीलदार ने के मकान बने हुए हैं उनको तोड़ने का आदेश और फिर दर्ज करने का आदेश इससे पता लगता है कि दलालों के माध्यम से तहसीलदार ने पता नहीं कितने रूपों का लेनदेन किया होगा जबकि भू स्वामियों के प्लांट वहां पर पटवारी की रिपोर्ट अनुसार आदर्श जा रहे हैं अब देखना यह की जिला कलेक्टर महोदय रुचिका चौहान क्या जांच करती हैं और क्या का भू माफियाओं के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं यह तो आने वाला समय बताया क्या भू स्वामी ओमप्रकाश को प्लांट मिल पाएगा या नहीं