एससी विभाग में आवासीय भत्ता और छात्रवृत्ति के नाम पर अरवो रुपए का घोटालेबाज अधिकारी बने मालामाल - महेश मदुरिया
 ग्वालियरअनुसूचितजातिकल्याणविभागग्वालियरद्वाराआवासीय भत्ता और छात्रवृत्ति के नाम पर अरवो रुपए का घोटाला किया गया है जिसमें विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ आई ए एस अधिकारी भी शामिल है विभाग के अधिकारी दोषी होने के बाद भी आईएएस अधिकारी उनको बचा रहे हैं एक तत्कालीन प्रभारी सहकारी जिनका मूल पद जिला संयोजक है पर तो वर्ष 2020-21 में 420 और अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार आदि सहित कई धाराओं में फिर दर्ज है प्रकरण जिला न्यायालय ग्वालियर में विचाराधीन है तत्कालीन कलेक्टर ने वर्ष 2019 में जांच की थी जांच करने पर नोटिस जारी किया गया था नोटिस का तत्कालीन सहायक आयुक्त ने जवाब दिया नोटिस और  जवाब का परीक्षण किया गया परीक्षण उपरांत तत्कालीनकलेक्टर ने श्रीमती ऊषा पाठक को दोषी पाते हुए ग्वालियरसंभागकेआयुक्त को प्रस्ताव बेचकर श्रीमती ऊषा पाठक को निलंबित कर संपूर्ण विभाग की जांच हेतु जांच दल गठित कर जांच किया जाना आवश्यक है ऐसा प्रस्ताव भेजा गया था जो आज तक संभागीय कार्यालय में धूल खा रहा हैश्रीमती ऊषा पाठक को निलंबित किया जाना था और कई प्रकारों में एफआईआर दर्ज किया जाना था लेकिन उसे आज तक बचाया जा रहा है एक बार कलेक्टर ने उन्हें दोषी माना है उनके खिलाफ निलंबन का प्रस्ताव भेजा है वह दूसरे कलेक्टर विक्रम सिंह उनके जवाब पर अभिमत भेजते हुए उन्हें निर्देश बता दियाकलेक्टर एक बार उन्हें दोषी मान रहा है दूसरी बार उन्हें निर्दोष कह रहा है  कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह कह रहे हैं कि वह निर्दोष है एक कलेक्टर वर्ष 2019 में जांच उपरांत दोषी मानते हुए निलंबन की सुपरस करते हुए कमिश्नर को प्रस्ताव भेजा है दूसरा कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह 2022 में जब कमिश्नर ने अभी मत मांगा तो श्रीमती ऊषा पाठक के जवाब से संतुष्ट है कलेक्टर का पद तो एक ही होता है कलेक्टर ने दोषी पाया और कलेक्टर ही निर्दोष पानी का अब मत कमिश्नर को भेज रहा  है इस तरह बचाया जाता है भ्रष्टाचार के आगे भ्रष्ट अधिकारियों को इसमें विभाग का प्रमुख सचिव श्रीमती पल्लवी जैन गोविल आई ए एस ग्वालियर संभाग के आयुक्त श्री दीपक सिंह आई ए एस ग्वालियर के तत्कालीन कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह वर्तमान कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह एवं ग्वालियर संभाग में 2019 से आज तक पदस्थ रहे कमिश्नर 2022 और 23 में पदस्थ रहे कलेक्टर जिला ग्वालियर दर्जनों शिकायत इनकी आज तक शासन कलेक्टर कमिश्नर के जहां हैं एक प्रिंसिपल को तो राज प्रशासनिक सेवा का अधिकारी बना दिया अब रुपए का छात्रवृत्ति घोटाला उनके द्वारा किया जा रहा है और विभाग का प्रभारी सहाय का सहायक आयुक्त बना दिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी अवगत कराया गया उनके द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की गई दोनों ही अधिकारी संभागीय उपायुक्त कार्यालय चंबल संभाग को ग्वालियर संभाग में बरसों से पदस्थ है यह आरोप महेश मदुरिया शहर कांग्रेस महासचिव ने प्रेसवार्ता में बताया कहा  बहुत हुआ अब चुनाव आयोग को शिकायत की जाएगी और माननीय उच्च न्यायालय में जनहित आज का लगाने पर भी बाध्य होना पड़ रहा है शासन प्रशासन से दोनों अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए ।
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