"हे नारी तू उठ जा
विजयपथ पर जीत का परचम
लहरा जा ,तू मत डर
आंधी की तरह बढ़ आगे "
एम एस बिशौटिया 9425734503
कुछ ऐसा ही कर दिखाया जींद की बेटी कामिनी ने ।पढ़ाई में कामिनी जी शुरू से ही अच्छी थी ।इसलिए स्कूली शिक्षा प्राप्त करके उन्होंने बीएमएस करने की इच्छा रखी और पूरी भी कर ली। अपनी मेहनत से। परंतु मात्र 21 वर्ष की उम्र में ही उनकी शादी हो गई ।सब ठीक चल रहा था परंतु घर- परिवार की जिम्मेदारियों में खुद को भूल ही गई। फिर उनकी जिंदगी में एक नया मोड़ आया ।एक प्यारा सा बेटा उनकी गोद में आया। *बच्चे की परवरिश के साथ-साथ अपने कैरियर पर भी ध्यान देना शुरू कर दिया*। वैसे तो सबके जीवन में कठिनाइयां आती है परंतु कामिनी जी का तो चोली दामन का साथ है।आज जींद की ये बहादुर बेटी अब किसी भी परिचय की मोहताज नहीं है*। एक छोटे से किराए के कमरे से शुरू करने वाला ऑफिस आज विशाल हो गया है । घरवालों ने इनको सपोर्ट नहीं किया पसंद ।परंतु कहते हैं ना संघर्ष आगे जीत है ।
*फिर कामिनी जी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा* ।धीरे-धीरे उनके पास अवार्ड की लाइन लग गई और उन्होंने मुख्य अतिथि से लेकर *सामाजिक कार्यों में उनकी सक्रियता बढ़ने लगी* ।किसी का साथ नहीं मिला तो मंजिल को पाने की जिद में अकेले ही निकल पड़ी। जींद हरियाणा के साथ-साथ बाहर आना-जाना भी हो गया। घर पर रहना कतई पसंद नहीं था। पीछे नहीं हटना था। *एक समय ऐसा भी आया इन्हें फैसला लेना पड़ा कि अकेले ही रह कर अपना जीवन यापन करना पड़ेगा*।
पर संघर्ष नहीं छोडूंगी।
*कामिनी टूटने की बजाय और दोगुने जोश से आगे बढ़ी*। अपनी मेहनत से खुद की गाड़ी भी खरीदी और 2019 में *ग्लोबल एक्सीलेंस अवार्ड माधुरी दीक्षित जी से मिला तो जैसे उनके सपनों को पंख ही लग गए* ।
फिर तो एक के बाद दूसरे अवार्ड मिलते गए फिर उन्हें *एक्सपर्ट काउंसलर के नाम से जाने लगा*।
2021 में इनके द्वारा भेजे गए 400 प्लस विद्यार्थी बाहर पढ़ रहे थे। जब करोना कॉल आया तो सरकार की मदद से सभी बच्चों को सुरक्षित वापस बुलाया। इसके लिए उन्हें दिल्ली में काफी दिन तक रहना भी पड़ा। इसके साथ कामिनी जी सामाजिक कार्यों में भी सक्रियता बनी रहती है ।खासकर *खिलाड़ियों की मदद को हमेशा तैयार रहती है* ।देश के साथ-साथ विदेशों में भी उनको जाना जाता है और *अनेक विश्वविद्यालयों में उन्हें बुलाया जाता* है कभी भी कोई भी लड़की या जरूरतमंद को मदद की आवश्यकता होती है तो हमेशा तैयार रहती हैं।
*कौन कहता है बिटिया लेती है*
*बिटिया देती भी है*।