यह था सवाल विधायक डॉ सतीश सिकरवार के सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आईएएस शिवपाल ने एक जनवरी 2018 की स्थिति में वर्ष 2017 का आईपीआर नहीं दिया है। उनको इसके लिए स्मरण पत्र भी भेजा गया था लेकिन वे 31 जनवरी 2022 को सेवानिवृत्त हो चुके है तब तक उन्होंने यह जानकारी नहीं दी थी। संतोष कुमार वर्मा ने एक जनवरी 2022 की स्थिति में वर्ष 2021 का आईपीआर नहीं दिया है। वर्तमान में वे पृथक प्रकरण में निलंबित चल रहे है। आईपीआर प्रस्तुत नहीं करने के कारण 24 मार्च 2022 को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। आईएएस रानी बंसल ने एक जनवरी 2021 और एक जनवरी 2022 की स्थिति में वर्ष 2020 और 2021 के आईपीआर नहीं दिए है। वे 31 मई 2019 के बाद अभी तक अनाधिकृत रुप से नौकरी से अनुपस्थित चल रही है उनके मामले मे भारतीय सेवा अवकाश नियम के तहत उनका स्वत: त्यागपत्र (डीम्ड रिजाइन) किए जाने की कार्यवाही हेतु भारत सरकार को लिखा गया है। सिकरवार ने यह भी पूछा था कि जनवरी 2016 से नवंबर 2022 तक की अवधि में कितने अधिकारियों के खिलाफ अनुपातहीन सम्पत्ति अर्जित करने हेतु छापों में एवं बिना छापों के कितनी एफआईआर की गई है उन्होंने अधिकारियों के नाम, संख्या और विभाग सहित जानकारी मांगी थी। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि यह जानकारी निरंक है।
भोपाल कांग्रेस विधायक डॉ सतीश सिकरवार ने प्रदेश के तीन आईएएस अधिकारियों की संपत्तियों की जानकारी मांगी नहीं दे पाऐ जवाब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार को विधायक डॉ सतीश सिकरवार ने प्रदेश के तीन आईएएस अधिकारियों की जानकारी मांगी, जिन्होंने वर्ष 2018 से 2022 के बीच अपनी सम्पत्ति का विवरण सामान्य प्रशासन विभाग के समक्ष प्रस्तुत हीं नहीं किया है। सभी आईएएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों को हर साल अपनी सम्पत्ति का ब्यौरा देना होता है। लेकिन इन अधिकारियों में 2009 बैच के आईएएस शिवपाल, 2012 बैच के संतोष कुमार वर्मा और 2015 बैच की रानी बंसल ने अपनी अचल सम्पत्ति का विवरण प्रस्तुत नहीं किया है। गौरतलब है कि सभी आईएएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों को हर साल अपनी सम्पत्ति का ब्यौरा देना होता है।