रिपोर्ट : के .रवि ( दादा )
मुंबई।मुख्यमंत्री बनने के बाद उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादक पद से इस्तीफा दे दिया था और अब रश्मि ठाकरे जी सामना कि संपादक बनी हैं।उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने के बाद संपादक पद खाली था ।पर अब पहली बार ठाकरे परिवार की बहू संभालेंगी संपादक का पद सामना अख़बार का उगम 23 जनवरी 1988 को बाल ठाकरे के हाथो हुआ था । और वे ही इसके संस्थापक संपादक बने थे. बाल ठाकरे के बाद उद्धव ठाकरे ने सामना का प्रभार संभाला था।जो रश्मि ठाकरे संपादक बनी हैं इस बदलाव को आज सामना के संस्करण के पहले पन्ने पर जाहिर किया गया है।रश्मि उद्धव ठाकरे का सामना का संपादक बनने को बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के रूप में भी देखा जा रहा है. यह पहली बार है जब ठाकरे परिवार की बहू सामना की संपादक बनकर पार्टी में कोई बड़ी जिम्मेदारी संभालेगी ।सामना के फूटनोट में संपादक का नाम रश्मि उद्धव ठाकरे छपा है जबकि संजय राऊत कार्यकारी संपादक हैं. बता दें कि सामना मराठी के साथ हिंदी में भी प्रकाशित होता है .जबकि इसके हिंदी संस्करण की 23 फरवरी 1993 से शुरुवात हुईं थीं ।बालासाहेब अपने निधन तक यानी 17 नवंबर 2012 तक सामना में लेख लिख रहे थे । उसके बाद उद्धव ठाकरे शिवसेना पार्टी के साथ सामना अखबार के संपादकीय जिम्मेवारी ली थी.जो कि उन्होंने बखूबी से निभाई थी ।वहीं 58 साल की रश्मी ठाकरे जी ने इस खुशी के मौके पर कहा वे संजय राऊत जी के साथ मिलकर काम करेंगी .